यह संदेह निर्मूल है कि हिंदीवाले उर्दू का नाश चाहते हैं। - राजेन्द्र प्रसाद। 

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जनवरी-फरवरी 2025

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सदैव की भांति इस अंक में भी  'कथा-कहानी' के अंतर्गत कहानियाँलघु-कथाएं व बाल कथाएं प्रकाशित

भारत-दर्शन का जनवरी-फरवरी अंक आपको भेंट। 

हिंदी कहानियाँ, कविताएं और आलेख

प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद और रायकृष्णदास के साथ जिन तीन अन्य युवा कहानीकारों के नाम उस वक्त काशी में लिए जाते थे, उनमें वाचस्पति पाठक भी एक थे। शेष थे––उग्र और विनोदशंकर व्यास।  इस अंक की कहानियों में वाचस्पति पाठक की कहानी, 'अभिभावक' प्रकाशित की गई है।  अन्य कहानियों में अभिमन्यु अनंत की कहानी, 'इतिहास का वर्तमान',  राम नगीना मौर्य की कहानी, 'लोहे की जालियाँ',  रजनी शर्मा बस्तरिया की 'वृक्ष गंधा, संदीप तोमर की कहानी, 'सब कुछ जायज है' सम्मिलित की गई हैं। इनके अतिरिक्त राम शरण शर्मा की हास्य कथा 'मैं संपादक' प्रकाशित की है।

लघुकथाओं में  बलराम अग्रवाल की लघुकथा, 'अ'पने-अपने आग्रह',  डॉ चंद्रेश कुमार छतलानी की 'उसकी जरूरत',  सुरेन्द्र कुमार अरोड़ा की 'इस पार न सही', अरिमर्दन कुमार सिंह की 'भाई' एवं दिलीप कुमार की लघुकथा, 'गिरहकट'  प्रकाशित की गई है।

लोक-कथाओं में सामोआ की लोककथा, 'धरती की उत्पत्ति' प्रकाशित की गई है।

व्यंग्य में बेढब बनारसी का व्यंग्य, 'बद अच्छा बदनाम बुरा' और डॉ सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त' का व्यंग्य, 'चाय का चक्कर' पढ़ें।  

बाल साहित्य में बच्चों की कहानियों के अंतर्गत बेगम के पैर, कौन ऋतु सर्वोत्तम है, कितनी देर लगेंगी, चांदी का चमचा, हंस किसका और नीरज कुमार मिश्रा की बाल कहानी, 'उपहार' प्रकाशित की है।

पंचतंत्र की कहानी 'कुसंग का फल' पढ़िए।

कविताओं में इसबार प्रभुदयाल श्रीवास्तव की 'हिंदी में', रश्मि विभा त्रिपाठी की 'हर बार ऐसा हुआ है', आर सी यादव की 'मेरी माँ', और  कवि राजेश पुरोहित की 'कवि' सम्मिलित हैं। 

हरिवंशराय बच्चन की 'मधुशाला' अत्यंत लोकप्रिय कविता है लेकिन क्या आपने टीकमचंद्र डोबरिया की 'मेरी मधुशाला' भी पढ़ी? इस अंक में उनकी यह रचना पढ़ें।

अन्य कविताओं में तुलसीदास की 'भारत भूमि', अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध की 'जो निकलकर बादलों की गोद से', मैथिली शरण गुप्त की 'श्रद्धांजलि', सुभद्रा कुमारी चौहान की 'लोहे को पानी कर देना', देवराज दिनेश की 'भारत माँ की लोरी' सम्मिलित हैं।

गीतों में शंकरलाल द्विवेदी का गीत 'सहज गीत गाना होता तो' और  नसीर परवाज़ का गीत, 'कबीरा खैर मनाएं' पढ़ें।

ग़ज़लों में संध्या नायर, गिरेन्द्रसिंह भदौरिया 'प्राण', ज़फ़रुद्दीन 'ज़फ़र' और प्राण शर्मा की ग़ज़लें पढ़ें।  

हास्यरस में में अल्हड़ बीकानेरी की रचना, 'हफ़्तों उनसे', जैमिनी हरियाणावी की रचना, 'वे और तुम', कुंजबिहारी पांडे की 'बेकाम' कविता पढ़ें।  इनके अतिरिक्त दोहे कुण्डलिया और गज़लें प्रकाशित की गई है। संध्या नायर की 'मोहब्बत की जगह' प्रकाशित की गई है। 

आलेखों में डॉक्टर जियाउर्रहमान जाफरी का लेख, 'हिंदी गज़ल की समस्याएं', डॉक्टर पंडित विनय कुमार का लेख 'बच्चों के सर्वांगीण विकास में शैक्षिक गतिविधियों की महत्वपूर्ण भूमिका', रामा तक्षक का आलेख, 'ध्वनि साधना :  देवनागरी लिपि का दर्शन' और डॉ वंदना सेन का आलेख, 'जयशंकर प्रसाद : स्व का बोध कराते हुए जगाई राष्ट्रीय चेतना' पढ़ें।

रोचक सामग्री के अंतर्गत 'माओरी कहावतें' पठनीय हैं। माओरी न्यूज़ीलैंड के मूल निवासी हैं। इनकी माओरी भाषा की कहावतों का हिन्दी भावानुवाद उपलब्ध करवाया गया है। इसके अतिरिक्त 'मोती कैसे बनते हैं' जानिए। 

सिंगापुर की तीन पुस्तकों के विमोचन, चेन्नई में पुस्तक लोकार्पण और न्यूज़ीलैंड की डॉ पुष्पा भारद्वाज-वुड पर रिपोर्ट पढ़ें। 

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