मैं नहीं समझता, सात समुन्दर पार की अंग्रेजी का इतना अधिकार यहाँ कैसे हो गया। - महात्मा गांधी।

Archive of जुलाई-अगस्त 2022 Issue

जुलाई-अगस्त 2022

 

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सदैव की भांति इस अंक में भी  'कथा-कहानी' के अंतर्गत कहानियाँलघु-कथाएं व बाल कथाएं। इस अंक के काव्य  में सम्मिलित है - कविताएंदोहेभजनबाल-कविताएंहास्य कविताएं व गज़ल

इस अंक में पढ़िए, महीप सिंह की कहानी, 'पानी और पुल', सुभाष नीरव की पुरस्कृत कहानी, 'रंग बदलता मौसम', शिखा वार्ष्णेय की कहानी 'झंझट ख़त्म', कादंबरी मेहरा की कहानी, 'कृष्णा की चूड़ियाँ', खेमराज गुप्त की कहानी, 'क़ब्र की मिट्टी', दिव्या माथुर की कहानी, 'पंगा'', और  प्रेमचंद की लोकप्रिय कहानी, 'दुर्गा का मंदिर'। 

न्यूज़ीलैंड में भारत के उच्चायुक्त श्री मुक्तेश परदेशी अपना कार्यकाल पूर्ण करके 12 जुलाई 2022 को प्रस्थान कर चुके हैं। वे तत्काल भारत में 'जी-20' सचिवालय के 'हेड ऑव आपरेशन' का अपना नया पदभार संभाल रहे हैं। भारत जाने से पहले भारत-दर्शन से हुए साक्षात्कार के मुख्य अंश प्रस्तुत हैं। भारतीय उच्चायोग का मतलब सेवा है : उच्चायुक्त परदेशी।

लघु-कथाओं में रणजीत सिंह की लघुकथा, 'इच्छा', अनिता शर्मा की लघुकथा, 'कोरोना फिर कब आएगा',  प्रो. मनोहर जमदाडे की लघुकथा, 'सीड बॉल', और रूसी लघुकथा, 'देवताओं का फ़ैसला'। 

लोक-कथाओं में इस बार पढ़िए, हंसराज रहबर की अफ्रीकी लोक-कथा, 'सुनहरा अखरोट' और भारतीय लोक-कथा, 'खोट'।  

व्यंग्य में इस बार पढ़िए,  प्रो॰ राजेश कुमार का व्यंग्य, 'और बुलडोज़र गिरफ़्तार हो गया' व हरिशंकर परसाई का व्यंग्य 'मैं नर्क से बोल रहा हूँ!', और डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’ का व्यंग्य, 'सत्ता का नया फॉर्मूला'। 

महादेवी वर्मा का संस्मरण, 'प्रेमचंदजी' व स्व. बालेश्वर अग्रवाल का संस्मरण, 'यादों के झरोखे से'। 

काव्य में इस बार पढ़िए, प्रताप नारायण मिश्र,  नज़ीर अकबराबादी,  गोरख पांडेय, मदन डागा, अलका सिन्हा, दिव्या माथुर, कमलेश भट्ट, शैलेन्द्र चौहान, राकेश पांडे, कैलाश कल्पित और आराधना झा श्रीवास्तव की कविताएं। 

इस अंक में  कुँअर बेचैन, सुरेन्द्र चतुर्वेदी, संध्या नायर और ज़फ़रुद्दीन ज़फ़र की ग़ज़लें पढ़ें। 

भारतीय काव्य में रसों में से हास्य रस प्रमुख रस है, इस बार सुरेन्द्र शर्मा,  महेंद्र शर्मा की हास्य रचनाएँ प्रकाशित की हैं। शैल चतुर्वेदी की हास्य कविता, 'प्रश्न',  और 'ईश्वरी प्रसाद शर्मा की रचना, 'लेख की मांग' हास्य काव्य में सम्मिलित की गई हैं। 

आलेखों में सुभाषिनी लता का आलेख, 'गिरमिट गाथा' पढ़ें। विनीता तिवारी का आलेख 'रो वी वेड' पठनीय है। इसके अतिरिक्त गोवर्धन यादव का 'अमरनाथ यात्रा वृतांत' पढ़ें।

बाल साहित्य के अंतर्गत पंचतंत्र की कथा,  तेनाली राम, प्रेमचंद का बाल साहित्य, फ़ादर पालडेंट एस० जे० 'ईसप का किस्सा' सुना रहे हैं। रोहित कुमार 'चीन के साहसी बालक कुंग' से परिचित करवा रहा हैं।  इनके अतिरिक्त बच्चों की कविताएं सम्मिलित की गई हैं।  

चंद्रशेखर आज़ाद और रक्षा बंधन पर विशेष सामग्री प्रकाशित की गई है। 

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