भाषा का निर्माण सेक्रेटरियट में नहीं होता, भाषा गढ़ी जाती है जनता की जिह्वा पर। - रामवृक्ष बेनीपुरी।
 

गीत ही गीत | गीत संग्रह  (काव्य)

Author: भारत-दर्शन संकलन

गीत ही गीत | गीत संग्रह

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उड़ान
छाप तिलक सब छीनी
सृजन-सिपाही
मैं जग को पहचान न पाया
गीत और गीतिका
आदमी की वंदना करो
मैंने जाने गीत बिरह के
खेत में तपसी खड़ा है
कुछ और नहीं है चाह मुझे | गीत
है वक्त बड़ा बलशाली
चन्द्रमा की चाँदनी से भी नरम | गीत
मिलिए इस बहार से | गीत
मनोदशा
अभिशाप का वरदान
छोटे गीत
प्यार मुझसे है तो
दो पल | गीत
मिले न मुझको सच्चे मोती | गीत
रंगों की मस्ती | गीत
हम आज भी तुम्हारे...
तुम मेरे आंसू ..
न इतने पास आ जाना ..
बदनाम शायर
मोल करेगा क्या तू मेरा?
तुझे फिर किसका क्या डर है
आगे गहन अँधेरा
बिरवा तुलसी जी का है
राजी खुशी लिख दो ज़रा
लेकर रेखा से कुछ बिन्दु | गीत
अवध में राना भयो मरदाना
सोने के हिरन
अश्कों ने जो पाया है
तुमने मुझको देखा...
मैं तुम्हारी बांसुरी में....
जब अन्तस में....
जीत तुम्हारी
चंद्रशेखर आज़ाद
भारत प्यारा
वो पहले वाली बात कहाँ?
आओ ! आओ ! भारतवासी । गीत
कुछ तो सोचा ही होगा
सुन ले मेरा गीत
मजदूर की पुकार
चाहता हूँ चुप रहे
अभिशापित जीवन
अहम की ओढ़ कर चादर
आओ साथी जी लेते हैं
मेरे बच्चे तुझे भेजा था
बदलकर आंसुओं की धार | गीत
धन्यवाद ! गलियो, चौराहो
नया वर्ष हो मंगलकारी
मैं सबको आशीष कहूँगा
बटोही, आज चले किस ओर?
दो पल को ही गा लेने दो
परिवर्तन | गीत
सोचो
मुस्कुराकर चल मुसाफिर
आगे बढ़ेंगे
नया साल : नया गीत
जिंदगी | गीत
जीत जाएंगे
चाहा कितनी बार कहूँ मैं
प्रिय तुम्हारी याद में
धीरे-धीरे प्यार बन गई
उठ बाँध कमर
झूठी प्रीत
मैं परदेशी... | गीत
मन के धब्बे | गीत
बंदी पंछी | गीत
जोगी का गीत
बीता पचपन | गीत
टूटी माला बिखरे मनके | गीत
जीत में यकीन कर
होली (फाल्गुन पूर्णिमा)
बड़ी तुम्हारी भूल
बसा ले अपने मन में प्रीत | गीत
देवता तो हूँ नहीं
समय का पहिया
नये जीवन का गीत
मैं न हारा | गीत
पीड़ा का वरदान
क्या होगा | गीत
 
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