आओ हम सब खेलें खेल
एक दूसरे के पीछे हो
लम्बी एक बनायें रेल ।
जो है सबसे मोटा-काला
वही बनेगा इंजनवाला;
सबसे आगे जायेगा,
सबको वही चलायेगा ।
एक दूसरे के पीछे हो डिब्बे बाक़ी बन जायें,
चलें एक सीधी लाइन में
झुकें नहीं दायें, बायें ।
सबसे छोटा सबसे पीछे
गार्ड बनाया जायेगा,
हरी चलाने को, रुकने को
झण्डी लाल दिखायेगा ।
जब इंजनवाला सीटी दे
सब को पाँव बढ़ाना है,
सबको अपने मुँह से 'छुक-छुक
छुक-छुक' करते जाना है ।
-हरिवंशराय बच्चन
[नीली चिड़िया - बच्चन रचनावली से] |