Important Links
अनुपम भाषा है हिन्दी (काव्य) |
Author: श्रीनिवास
अनुपम भाषा है हिन्दी
बढती आशा है हिन्दी !
स्वर की सुविधा है हिन्दी
गीतों की सुधा है हिन्दी
कवि की कविता है हिन्दी
रस की सरिता है हिन्दी !
जीवन की सुषमा है हिन्दी
यौवन-प्रतिमा है हिन्दी
गुण की सफलता है हिन्दी
मन की सरलता है हिन्दी !
रीत की प्रथा है हिन्दी
प्रीत की कथा हैं हिन्दी
छंद की घटा है हिन्दी
हिन्द की छटा है हिन्दी !
- श्रीनिवास