भाषा का निर्माण सेक्रेटरियट में नहीं होता, भाषा गढ़ी जाती है जनता की जिह्वा पर। - रामवृक्ष बेनीपुरी।
 

नेताओं पर हास्य कविताएं | हास्य संग्रह (काव्य)

Author: भारत-दर्शन संकलन

नेताओं पर हास्य कविताएं -हास्य संग्रह।

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