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बरस-बरस पर आती होली,रंगों का त्यौहार अनूठाचुनरी इधर, उधर पिचकारी,गाल-भाल पर कुमकुम फूटालाल-लाल बन जाते काले,गोरी सूरत पीली-नीली,मेरा देश बड़ा गर्वीला,रीति-रसम-ऋतु रंग-रगीली,नीले नभ पर बादल काले,हरियाली में सरसों पीली !
-गोपाल सिंह नेपाली
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