मजहब को यह मौका न मिलना चाहिए कि वह हमारे साहित्यिक, सामाजिक, सभी क्षेत्रों में टाँग अड़ाए। - राहुल सांकृत्यायन।
 

ईस्टर की छुट्टी | बाल कविता

 (बाल-साहित्य ) 
 
रचनाकार:

 रेखा राजवंशी | ऑस्ट्रेलिया

तेरी मेरी कुट्टी
लाल नीले पीले
ईस्टर एग्ज़ रंगीले
बड़ा मज़ा आया
‘ईस्टर बनी' भाया
दादा लेकर आए
सबने मिलकर खाए'

-रेखा राजवंशी
 ऑस्ट्रेलिया

 

Back
 
Post Comment
 
Type a word in English and press SPACE to transliterate.
Press CTRL+G to switch between English and the Hindi language.
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश