जब हम अपना जीवन, जननी हिंदी, मातृभाषा हिंदी के लिये समर्पण कर दे तब हम किसी के प्रेमी कहे जा सकते हैं। - सेठ गोविंददास।
 

बच्चों की कविताएं

यहाँ आप पाएँगे बच्चों के लिए लिखा बाल काव्य जिसमें छोटी बाल कविताएं, बाल गीत, बाल गान सम्मिलित हैं।

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हँसी का इनजेक्सन | बाल कविता - दिविक रमेश


 
बादल | बाल गीत  - क्षेत्रपाल शर्मा

बादल भैया, जल बरसा जा
सूरज, मत ढक, नीचे आजा॥ 

 

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