हिंदी भाषा को भारतीय जनता तथा संपूर्ण मानवता के लिये बहुत बड़ा उत्तरदायित्व सँभालना है। - सुनीतिकुमार चाटुर्ज्या।
कौरव कौन, कौन पांडव (काव्य)    Print  
Author:अटल बिहारी वाजपेयी | Atal Bihari Vajpayee
 

कौरव कौन
कौन पांडव,
टेढ़ा सवाल है।

दोनों ओर शकुनि
का फैला
कूटजाल है।

धर्मराज ने छोड़ी नहीं
जुए की लत है।
हर पंचायत में
पांचाली
अपमानित है।

बिना कृष्ण के
आज
महाभारत होना है,
कोई राजा बने,
रंक को तो रोना है।

- अटल बिहारी वाजपेयी

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