खड़ी बोली को काव्य भाषा के पद पर प्रतिष्ठित करने वाले कवियों में अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध' का जन्म 15 अप्रैल, 1865 को हुआ था। हिंदी के विकास में 'हरिऔध' के काव्य का महत्वपूर्ण योगदान है। आप कवि के अतिरिक्त नाटककार, उपन्यासकार, साहित्य-समीक्षक व इतिहास लेखक भी थे। वस्तुत: आप खड़ी बोली के प्रथम महाकवि थे। पूरा जीवन परिचय व रचनाएं पढ़ें। |