Author's Collection
Total Number Of Record :1एक दीया मस्तिष्क में जलाएं
आजकल हर समय विचारों के झंझावात चलते रहते हैं
सही गलत का नहीं पता कुछ, बस यह यूं ही बढ़ते रहते हैं
कभी किसी बात में होता चिंतन किसी ने मनन
यह यूं ही चलता रहा, समय हर क्षण।
कितनी गहन मशीनरी है, यह मस्तिष्क हमारा
...