जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।
 

हिंदी गान - विश्व हिन्दी सम्मेलन के दौरान प्रचारित 'हिंदी भाषा गान'

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