यदि स्वदेशाभिमान सीखना है तो मछली से जो स्वदेश (पानी) के लिये तड़प तड़प कर जान दे देती है। - सुभाषचंद्र बसु।
 

अटल जी की कविता | अटल जयंती

अटल बिहारी वाजपेयी की कविता, 'ऊंचाई' उन्हीं की आवाज़ में। 

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