तुमने किया स्वदेश स्वतंत्र, फूंका देश-प्रेम का मन्त्र, आजादी के दीवानों में पाया पावन यश अभिराम ! चाचा नेहरू, तुम्हें प्रणाम !
सबको दिया ह्रदय का प्यार, चाहा जन-जन का उद्धार, भारत माता की सेवा में, समझ लिया आराम हराम ! चाचा नेहरू, तुम्हें प्रणाम !
पंचशील का गाया गान, विश्व -शांति की छेड़ी तान, दुनियां को माना परिवार, बही प्रेम-सरिता अविराम ! चाचा नेहरू, तुम्हें प्रणाम !
पाकर तुम-सा अनुपम लाल, हुआ देश का ऊँचा भाल, भूल नहीं सकते तुमको हम, अमर रहेगा युग-युग नाम ! चाचा नेहरू, तुम्हें प्रणाम ! - विनोदचंद्र पाण्डेय 'विनोद' साभार - चुने हुए राष्ट्रीय गीत संपादक- डा मीना अग्रवाल, विद्या विहार
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