विदेशी भाषा में शिक्षा होने के कारण हमारी बुद्धि भी विदेशी हो गई है। - माधवराव सप्रे।
 

पहुँचे उनको मेरा सलाम (काव्य)

Author: क़ैस जौनपुरी

तुमने सुना?

दुनिया से एक नेक इंसान कम हो गया...


कौन?


कौन....क्या कहूँ...?


कलम की ताक़त कलाम

मुस्कुराने की आदत कलाम

बच्चों के प्यारे कलाम

ए पी जे अब्दुल कलाम


वो जो हमेशा मुस्कुराते रहे

आगे बढ़ना सिखाते रहे

आख़िरी दम तक भी वो

जीना क्या है बताते रहे

ऐसे थे वो नेक इंसान

पहुँचे उनको मेरा सलाम


गवाह है पूरा हिन्दुस्तान

थे वो राष्ट्रपति महान

काम था जिनका बाँटना ज्ञान

कर्मभूमि जिसकी विज्ञान

ऐसे थे वो नेक इंसान

पहुँचे उनको मेरा सलाम

- क़ैस जौनपुरी

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