जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।
 

अनमोल वचन (विविध)

Author: अफ़लातून

अनमोल वचन : अफ़लातून की दस सूक्तियाँ

• ज्ञान पाप हो जाता है यदि उद्देश्य शुभ न हो।
• जो अन्याय करता है वह अन्याय सहने वाले की अपेक्षा हमेशा अधिक दुर्दशा में पड़ता है।
• सबसे शानदार विजय है अपने पर विजय प्राप्त करना और सबसे जलील और शर्मनाक बात है अपने से परास्त हो जाना ।
• बुद्धिमान वह है जो अपनी आयु व्यर्थ के कामों में नष्ट न करे ।
• आत्मज्ञान ही शेष समस्त विज्ञानों का विज्ञान है और अपना भी।
• इतिहास की बजाय कविता सत्य के अधिक निकट आती है।
• प्रेम के स्पर्श से हर कोई कवि बन जाता है।
• स्वयं अपने ऊपर विजय प्राप्त करना सबसे बड़ी विजय है।
• कोई सन्त लखपती नहीं था।
• जब तक दार्शनिक लोग शासक नहीं बन जाते, या जब तक शासक लोग दर्शनशास्त्र नहीं पढ़ लेते, तब तक आदमी की मुसीबतों का अन्त नहीं हो सकता।

-अफ़लातून 


विशेष : 'अफ़लातून' युनान के प्रसिद्ध दार्शनिक प्लेटो का अरबी नाम है। वे सुकरात के शिष्य और अरस्तू के गुरु थे।

Back

 
Post Comment
 
 
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश