बिना मातृभाषा की उन्नति के देश का गौरव कदापि वृद्धि को प्राप्त नहीं हो सकता। - गोविंद शास्त्री दुगवेकर।
 

नींव का पत्थर (विविध)

Author: मुनि नथमल

यह निर्णय तुम्हीं को करना है कि तुम नींव का पत्थर बनना चाहते हो या ध्वज ?
जबकि --

नींव का पत्थर आधार होता है, ध्वज प्रतीक।

नींव का पत्थर अदृश्यमान होता है, ध्वज दृश्यमान।

नींव का पत्थर अचल होता है, ध्वज चलाचल।

-मुनि नथमल

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