मैं दुनिया की सब भाषाओं की इज्जत करता हूँ, परन्तु मेरे देश में हिंदी की इज्जत न हो, यह मैं नहीं सह सकता। - विनोबा भावे।
 

वांगानुई नदी की कहानी  (कथा-कहानी)

Author: रोहित कुमार ‘हैप्पी'

[ न्यूज़ीलैंड की लोक कथा ]

न्यूजीलैंड से नदियों को बचाने की एक नई राह निकली है। यह मानव इतिहास पहली बार हुआ है कि एक नदी को इंसान के समान ही अधिकार दे दिए गए हों। न्यूजीलैंड का माओरी समुदाय ने इसके लिए लगभग डेढ़ सदी तक संघर्ष को किया। वे इस नदी को अपना पूर्वज मानते हैं। इस नदी पर उनकी आस्था अगाध है।

वांगानुई न्यूजीलैंड की तीसरी सबसे बड़ी नदी है। इसकी कुल लंबाई 290 किलोमीटर है। इसे नागरिकों की तरह अधिकार मिलने का मतलब यह है कि अब कोई भी इस नदी को प्रदूषित नहीं कर सकता। यहां तक कि कोई इस नदी को गाली भी नहीं दे सकता।यदि कोई ऐसा करता है तो इसका मतलब होगा कि वह माओरी समुदाय को नुकसान पहुंचा रहा है और उसके विरुद्ध संबंधित कानून के अंतर्गत मामला दर्ज किया जा सकता है।

 

भावानुवाद : रोहित कुमार 'हैप्पी'
न्यूज़ीलैंड

 

 

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