जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।
 
क्या आप जानते हैं? (विविध)     
Author:भारत-दर्शन संकलन

भारत ने दुनिया को बहुत कुछ दिया और भारत ने अपने 10 हजार वर्षों के इतिहास में, सक्षम होते हुए भी कभी किसी अन्य देश पर आक्रमण नही किया। आइए, भारत के बारे में कुछ जानें:

भारतीय सँस्कृति व सभ्यता विश्व की पुरातन में से एक है।

भारत दुनिया का सबसे पुरातन व सबसे बड़ा लोकतंत्र है।

भारत ने शून्य की खोज की। अंकगणित का आविष्कार 100 ईसा पूर्व भारत मे हुआ था।

हमारी संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी मानी जाती है। सभी यूरोपीय भाषाएँ संस्कृत पर आधारित मानी जाती है।

सँसार का प्रथम विश्वविद्यालय 700 ई.पू. तक्षशिला में स्थापित की गई थी। तत्पश्चात चौथी शताब्दी में नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की गई।

5000 वर्ष पूर्व जब अन्य संस्कृतियां खानाबदोश व वनवासी जीवन जी रहे थे तब भारतीयों ने सिंधु घाटी की सभ्यता में हड़प्पा संस्कृति की स्थापना की।

महर्षि सुश्रुत सर्जरी के आविष्कारक माने जाते हैं। 2600 साल पहले उन्होंने अपने समय के स्वास्थ्य वैज्ञानिकों के साथ प्रसव, मोतियाबिंद, कृत्रिम अंग लगाना, पत्थरी का इलाज और प्लास्टिक सर्जरी जैसी कई तरह की जटिल शल्य चिकित्सा के सिद्धांत प्रतिपादित किए।

ब्रिटिश राज से पहले तक भारत विश्व का सबसे समृद्ध राष्ट्र था व इसे,'सोने की चिड़िया' कहा जाता था।

आधुनिक भवन निर्माण पुरातन भारतीय वास्तु शास्त्र से प्रेरित है।

कुंग फू मूलत: एक बोधिधर्म नाम के बोद्ध भिक्षु के द्वारा विकसित किया गया था जो 500 ई के आसपास भारत से चीन गए।

वाराणसी अथवा बनारस दुनिया के सबसे प्राचीन नगरों में से एक है। महात्मा बुद्ध ने 500 ई.पू. बनारस की यात्रा की थी। बनारस विश्व का एकमात्र ऐसा प्राचीन नगर है जो आज भी अस्तित्व में है।

सबसे प्राचीन उपचार प्रणाली आयुर्वेद है। आयुर्वेद की खोज 2500 साल पहले की गई थी।

बीजगणित की खोज भारत में हुई।

रेखा गणित की खोज भारत में हुई थी।

शतरंज अथवा अष्टपद की खोज भारत मे हुई थी।

हिन्दू, बौद्ध, जैन अथवा सिख धर्मों का उदय भारत में हुआ।

कम्प्यूटर के लिए सबसे उपयुक्त भाषा भी संस्कृत ही मानी है।

[ भारत-दर्शन संकलन ]

Posted By Krishna Mohan   on Saturday, 16-Feb-2013-07:17
 
कृपया मुझे भारत के बारे में और जानकारी प्रदान कीजिये मैं आपका बहुत बहुत आभारी रहूँगा!!!!!!!
 
 
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