जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।
 
लोक कथाएं  (कथा-कहानी)     
Author:भारत-दर्शन संकलन

भारत के विभिन्न राज्यों में प्रचलित लोक-कथाओं (Folk Tales) के अतिरिक्त विश्व लोक-कथाओं का संकलन। हमारा प्रयास है कि सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक राज्य की लोक कथाएं व कहानियां अपने पाठकों को उपलब्ध करवाएं व इसके अतिरिक्त अन्य देशों की पठनीय लोक-कथाएं भी प्रकाशित करें।

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