हिंदी चिरकाल से ऐसी भाषा रही है जिसने मात्र विदेशी होने के कारण किसी शब्द का बहिष्कार नहीं किया। - राजेंद्रप्रसाद।
 
लोक कथाएं  (कथा-कहानी)     
Author:भारत-दर्शन संकलन

भारत के विभिन्न राज्यों में प्रचलित लोक-कथाओं (Folk Tales) के अतिरिक्त विश्व लोक-कथाओं का संकलन। हमारा प्रयास है कि सम्पूर्ण भारत के प्रत्येक राज्य की लोक कथाएं व कहानियां अपने पाठकों को उपलब्ध करवाएं व इसके अतिरिक्त अन्य देशों की पठनीय लोक-कथाएं भी प्रकाशित करें।

Previous Page   Next Page
 
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश