16 मई 2024 (भारत) : वरिष्ठ लेखिका, कहानीकार और पद्मश्री से सम्मानित मालती जोशी का 15 मई (बुधवार) को लगभग 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे अगले माह 4 जून को 90 वर्ष की होने वाली थीं। उनका निधन उनके बेटे, साहित्यकार और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी के आवास पर हुआ। अंतिम समय में उनके दोनों पुत्र ऋषिकेश और सच्चिदानंद तथा पुत्र वधुएं अर्चना और मालविका उनके पास थे। पिछले कुछ समय से वे कैंसर से पीड़त थीं।
कई विश्वविद्यालयों में उनके साहित्यिक कार्यों पर किए गए शोध से उन्हें एक विशिष्ट पहचान दिलाई थी। मालती जोशी ने हिंदी और मराठी भाषा में 60 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं। मालती जोशी की कई रचनाएं भारतीय भाषाओं के साथ ही विदेशी भाषाओं में अनुवादित की जा चुकी हैं। उनकी कई कहानियों का रंगमंचन भी हुआ है। रेडियो और दूर दर्शन पर उनकी कहानियों का नाट्य रूपान्तर भी प्रस्तुत किया जा चुका है।
मालती जोशी को 2018 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। |