अगर हाथ देंगे नाली में, माँ मारेंगी । अगर साथ देंगे गाली में माँ मारेंगी ॥ कपड़े मैले नहीं करेंगे, माँ मारेंगी । मिट्टी सर में नहीं भरेंगे, माँ मारेंगी ।
लेते नहीं उधार किसी से, माँ मारेंगी । करें नहीं तकरार किसी से, माँ मारेगी ।। अगर तोड़ते रहे खाट तो, माँ मारेंगी । अगर खेल के रहे ठाठ तो, माँ मारेंगी ॥
अगर किसी को तंग करा तो, माँ मारेंगी । जेबों में यदि रंग भरा तो, माँ मारेंगी ।। नहीं किया यदि याद पाठ तो, माँ मारेंगी ! ली मटरे की अगर चाट तो, माँ मारेगी ।
रघुवीर शरण [1948] [भारत-दर्शन शोध स्वरूप] |