जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।
 

वन्देमातरम् | राष्ट्रीय गीत

 (काव्य) 
 
रचनाकार:

 भारत-दर्शन संकलन | Collections

वंदे मातरम्, वंदे मातरम्!
सुजलाम्, सुफलाम्, मलयज शीतलाम्,
शस्यश्यामलाम्, मातरम्!
वंदे मातरम्!
शुभ्रज्योत्सनाम् पुलकितयामिनीम्,
फुल्लकुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्,
सुहासिनीम् सुमधुर भाषिणीम्,
सुखदाम् वरदाम्, मातरम्!
वंदे मातरम्, वंदे मातरम्॥

- बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय (चटर्जी)

 

सनद रहे:

'राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् ' किस बांग्ला साहित्यकार ने लिखा था?

बंकिम चन्द्र चटर्जी ने


राष्ट्रीय गीत को 1882 में किस उपन्यास में लिखा गया था?

आनन्द मठ में


राष्ट्रीय गीत को सर्वप्रथम 1896 में कहाँ गाया गया था?

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में


राष्ट्रीय गीत को संविधान सभा ने कब राष्ट्रीय गीत के रूप में अंगीकार किया?

24 जनवरी, 1950 को


राष्ट्रीय गीत के प्रथम गायक कौन थे?
पंडित ओकारनाथ ठाकुर


राष्ट्रीय गीत का अंग्रेजी अनुवाद किसने किया था?
श्री अरबिन्दो ने

[भारत-दर्शन]

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