हिंदी चिरकाल से ऐसी भाषा रही है जिसने मात्र विदेशी होने के कारण किसी शब्द का बहिष्कार नहीं किया। - राजेंद्रप्रसाद।
 
जब बांधूंगा उनको राखी (बाल-साहित्य )       
Author:दिविक रमेश

माँ मुझको अच्छा लगता जब
मुझे बांधती दीदी राखी
तुम कहती जो रक्षा करता
उसे बांधते हैं सब राखी।

तो माँ दीदी भी तो मेरी
हर दम देखो रक्षा करती
जहां मैं चाहूं हाथ पकड़ कर
वहीं मुझे ले जाया करती।

मैं भी माँ दीदी को अब तो
बांधूंगा प्यारी सी राखी
कितना प्यार करेगी दीदी
जब बांधूंगा उनको राखी!

-दिविक रमेश

 

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