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वाटिका की तापसी सीता का नकटी शूर्पणखा का चिर बिरहन गोपिका का जुए में हारी द्रौपदी का यम को ललकारती सावित्री का।
-सुषम बेदी
[सुषम बेदी की कविता]
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