भाषा देश की एकता का प्रधान साधन है। - (आचार्य) चतुरसेन शास्त्री।
 
यशपाल जयंती | 3 दिसम्बर
   
 

देश के स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारी, साहित्यकार एवं लेखक यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर, 1903 को फ़िरोजपुर छावनी में हुआ था। इनके पूर्वज कांगड़ा ज़िले के निवासी थे और इनके पिता हीरालाल को विरासत के रूप में दो-चार सौ गज़ तथा एक कच्चे मकान के अतिरिक्त और कुछ नहीं प्राप्त हुआ था। आरंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूल में और उच्च शिक्षा लाहौर में पाई।

प्रस्तुत है क्रांतिकारी लेखक यशपाल की कुछ रचनाएं।

 

 
 
 
 

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