त्जेकुंग नामक एक विद्वान कन्फ्यूशियस के समकालीन थे। एक बार उन्होंने कन्फ्यूशियस से पूछा, "किसी राज्य का शासन अच्छी तरह से चलाने के लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है?"
कन्फ्यूशियस ने उत्तर दिया, "पर्याप्त अन्न, पर्याप्त फौज और राजा के प्रति प्रजा में विश्वास।"
त्जेकुंग ने फिर पूछा, "यदि ये तीनों एक साथ प्राप्त न हों, तो इनमें से पहले किसको छोड़ा जा सकता है?"
कन्फ्यूशियस ने कहा, "फौज!"
त्जेकुंग ने आगे और जिज्ञासा रखी, "और भगवन, यदि बाकी दो में से भी एक का परित्याग करना पड़े, तो किसे छोड़ा जा सकता है?"
कन्फ्यूशियस ने कहा- "अन्न! भोजन पाने के बाद भी मनुष्य मृत्यु के मुख में तो जाता ही है, लेकिन जिस राजा में प्रजा का विश्वास न हो, वह राज्य तो कभी टिक ही नहीं सकता।"
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