Important Links
Archive of सितंबर-अक्टूबर 2023 Issue
न्यूज़ीलैंड से प्रकाशित हिंदी पत्रिका, 'भारत-दर्शन' से जुड़ें : फेसबुक - ट्विटर
सदैव की भांति इस अंक में भी 'कथा-कहानी' के अंतर्गत कहानियाँ, लघु-कथाएं व बाल कथाएं प्रकाशित की गई हैं। इस अंक के काव्य में सम्मिलित है - कविताएं, दोहे, बाल-कविताएं, हास्य कविताएं व गज़ल।
सितंबर-अक्टूबर अंक आपको भेंट।
इस अंक की कहानियों में सुभद्रा कुमारी की कहानी 'तीन बच्चे', यशपाल की 'पराया सुख', चन्द्रगुप्त विद्यालंकार की कहानी, 'हूक', और स्वदेश दीपक की कहानी 'तमाशा' सम्मिलित की गई हैं।
लघुकथाओं में इस बार नरेन्द्र कोहली की लघुकथा, 'प्रभाव', अलोक मरावी की लघुकथा 'महामूर्ख', नरेन्द्र ललवाणी की लघुकथा, 'मिट्टी और कुंभकार', अयोध्याप्रसाद गोयलीय की लघुकथा, 'घमंड कब तक' और मुनिज्ञान की लघुकथा, 'कलम और कागज़' प्रकाशित की हैं।
लोक-कथाओं में भारत की लोक-कथा 'खोट' और जापान की लोक-कथा 'बोलने वाली रजाई' पढ़ें।
रोचक सामग्री के अंतर्गत इस बार प्रो. राजेश कुमार 'अद्भुत अकल्पनीय अविश्वसनीय' और सिंगापुर की डॉ संध्या सिंह सिंगापुर में भारतीय नामों वाले रास्तों से हमारा परिचय करवा रही हैं। इस बार एक 'अद्भुत दोहा' भी प्रकाशित किया गया है जिसका केवल एक ही अक्षर 'न' का प्रयोग हुआ है। अन्य पठनीय सामग्री सम्मिलित की है।
इस बार दोहों में नीति के दोहे और ज़हीर कुरैशी के दोहे पढ़िए।
कविताओं में कन्हैयालाल नंदन की कविता 'अर्जुन उवाच', जय प्रकाश 'मानस' की कविता, 'नहीं होता मित्र राजधानी में', सागर निज़ामी की कविता, 'गाँधी' और श्रीनाथ सिंह की 'रत्न करण' व प्रीता व्यास की कविता,'कृपया अर्थ दीजिये हमें', पढ़िए। इनके अतिरिक्त दीवाना रायकोटी व रंजू मिश्रा की रचनाएं सम्मिलित की गई हैं।
हास्य रस में कवि चोंच, प्रवीण शुक्ल, अमित कुमार सिंह, हुल्लड़ मुरदाबादी व सुरेन्द्र शर्मा की हास्य रचनाएं पढ़ें।
ग़ज़लों में शुकदेव पटनायक, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, आराधना झा श्रीवास्तव, राजीव सिंह, प्राण शर्मा और ममता मिश्रा की ग़ज़लें पढ़ें।
इस बार गीतों में रमानाथ अवस्थी, गोरख पांडेय और अमिताभ त्रिपाठी 'अमित' के गीत पढ़िए।
बाल साहित्य में बच्चों की कविताएं, बच्चों की कहानियाँ व पंचतंत्र की कहानी प्रकाशित की गई हैं।
व्यंग्य में इस बार श्रीलाल शुक्ल का व्यंग्य, 'जीवन का एक सुखी दिन' और प्रभात गोस्वामी का 'व्यंग्य चोट करता है, गुदगुदाता है' पढ़ें।
आलेखों में डॉ सचिन कुमार का आलेख 'वर्तमान परिदृश्य में हिन्दी', बृजेन्द्र श्रीवास्तव ‘उत्कर्ष’ का आलेख, 'परदेश और अपने घर-आंगन में हिंदी', डॉ० शिवन कृष्ण रैणा का आलेख, 'राजभाषा हिंदी' प्रकाशित किए हैं। इसके अतिरिक्त प्रो. सरोज शर्मा का आलेख, 'भारतीय शिक्षा प्रणाली में भारतीय ज्ञान परम्परा की अनिवार्यता' पढ़ें।
भारत-दर्शन का सम्पूर्ण अंक पढ़ें।
Hindi Story and Poetry Collection Links: