भाषा का निर्माण सेक्रेटरियट में नहीं होता, भाषा गढ़ी जाती है जनता की जिह्वा पर। - रामवृक्ष बेनीपुरी।
बात सच्ची कहो | ग़ज़ल (काव्य)  Click to print this content  
Author:निज़ाम फतेहपुरी

बात सच्ची कहो पर अधूरी नहीं
लोग माने न माने ज़रूरी नहीं

आज जो है जहाँ कल रहेगा वहाँ
जानकारी किसी को ये पूरी नहीं

जिनको नफ़रत थी हमसे जुदा हो गए
दूर रह कर भी उनसे है दूरी नहीं

दोस्ती दिल से की दुश्मनी खुल के की
साफ दिल हूँ बगल में है छूरी नहीं

मुँह पे कहता बुरे को बुरा ये 'निज़ाम'
अपनी फितरत में है जी हज़ूरी नहीं

निज़ाम फतेहपुरी
ग्राम व पोस्ट मदोकीपुर
ज़िला-फतेहपुर (उत्तर प्रदेश)
6394332921
9198120525

ई-मेल: babukhan3716@gmail.com

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