पराधीनता की विजय से स्वाधीनता की पराजय सहस्त्र गुना अच्छी है। - अज्ञात।

बाजार का ये हाल है | हास्य व्यंग्य संग्रह

 (काव्य) 
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रचनाकार:

 शैल चतुर्वेदी | Shail Chaturwedi

 बाज़ार का ये हाल है  - हास्य-व्यंग्य-संग्रह

 

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