भिखमंगा एक आलीशान महल के द्वार पर पहुंचा। अंदर एक और भिखमंगा था। पहले ने उसे देखकर हथेली फैलायी, दूसरे ने जवाब में झोली फैला दी।
-जसबीर चावला
भिखमंगे (कथा-कहानी) |
भिखमंगा एक आलीशान महल के द्वार पर पहुंचा। अंदर एक और भिखमंगा था। पहले ने उसे देखकर हथेली फैलायी, दूसरे ने जवाब में झोली फैला दी।
-जसबीर चावला