रक्षा बंधन का त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। उत्तरी भारत में यह त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्रेम को समर्पित है और इस त्यौहार का प्रचलन सदियों पुराना बताया गया है। इस दिन बहने अपने भाई की कलाई पर राखी बाँधती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हुए अपना स्नेहाभाव दर्शाते हैं।
रक्षा बंधन का उल्लेख हमारी पौराणिक कथाओं व महाभारत में मिलता है और इसके अतिरिक्त इसकी ऐतिहासिक व साहित्यिक महत्ता भी उल्लेखनीय है।
आइए, रक्षा-बंधन के सभी पक्षों पर विचार करें।
रक्षा बंधन - वामनावतार कथा
रक्षा बंधन - भविष्य पुराण की कथा
महाभारत संबंधी कथा
ऐतिहासिक प्रसंग
चंद्रशेखर आज़ाद का प्रसंग
साहित्यिक संदर्भ
फिल्मों में रक्षा-बंधन