क्या संसार में कहीं का भी आप एक दृष्टांत उद्धृत कर सकते हैं जहाँ बालकों की शिक्षा विदेशी भाषाओं द्वारा होती हो। - डॉ. श्यामसुंदर दास।
ऑक्टोपस  (कथा-कहानी)  Click to print this content  
Author:रोहित कुमार ‘हैप्पी'

माओरी समाज की पौराणिक कहानी के मुताबिक न्यूजीलैंड, जिसे माओरी लोग आओटियारोआ कहते हैं। इसकी तलाश कुपे नाम के एक मछुआरे ने रंगातिरा नाम के एक जनजातीय मुखिया के साथ मिलकर की थी। ये लोग टापू के रहने वाले थे। कुपे के मछली मारने के ठिकानों पर ऑक्टोपस हमला कर रहे थे। वो मछलियों को फंसाने के लिए डाला गया चोगा खा जाते थे।

मछुआरों को शंका हुई कि ये ऑक्टोपस दूसरी जनजाति के मुखिया मुतुरांगी के हैं।

कुपे ने मुतुरांगी से कहा कि वह अपने पालतू ऑक्टोपस को उसका मछलियों को फांसने वाला चोगा खाने से रोके। मुतुरांगी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया, इसपर क्रोधित कुपे ने उस ऑक्टोपस को मार डालने की शपथ ले ली। वो अपना घर-बार छोड़कर ऑक्टोपस की खोज में निकल पड़ा। प्रशांत महासागर में ऑक्टोपस की तलाश के दौरान ही कुपे न्यूजीलैंड के द्वीपों पर जा पहुंचा। वहां कुपे और रंगातिरा उतरे और अपनी नाव पर खानपान की चीजें रखीं। इसके बाद ऑक्टोपस से कुपे और रंगातिरा की भयंकर समुद्री युद्ध हुआ।

माओरी लोक साहित्य के अनुसार ये लड़ाई आज की कुक जलसंधि पर हुई थी। आख़िरकार कुपे ने मुतुरांगी के पालतू ऑक्टोपस को मारने में कामयाबी हासिल कर ही ली। इस जीत के बाद कुपे ने न्यूजीलैड के उत्तरी द्वीप का चक्कर लगाया और कई ठिकाने का नामकरण किया। कुपे ने शपथ ली कि वह अपनी तलाश की हुई इस नई जमीन पर दोबारा कदम नहीं रखेगा। इस लोक कथा के अनुसार न्यूजीलैंड पर कदम रखने वाला पहला व्यक्ति कुपे था।


भावानुवाद : रोहित कुमार 'हैप्पी'
न्यूज़ीलैंड

 

 

Previous Page  |   Next Page
 
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश