जब हम अपना जीवन, जननी हिंदी, मातृभाषा हिंदी के लिये समर्पण कर दे तब हम किसी के प्रेमी कहे जा सकते हैं। - सेठ गोविंददास।

गद्य-काव्य

गद्य-काव्य: वह गद्य जिसमें कुछ भाव या भावनाएँ ऐसी कवित्वपूर्ण सुन्दरता से अभिव्यक्त की गईं हों कि उसमें काव्य की सी संवेदनशीलता तथा सरसता आ जाए, उसे गद्य-काव्य कहा जाता है।

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