जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।

गद्य-काव्य

गद्य-काव्य: वह गद्य जिसमें कुछ भाव या भावनाएँ ऐसी कवित्वपूर्ण सुन्दरता से अभिव्यक्त की गईं हों कि उसमें काव्य की सी संवेदनशीलता तथा सरसता आ जाए, उसे गद्य-काव्य कहा जाता है।

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