अहिंदी भाषा-भाषी प्रांतों के लोग भी सरलता से टूटी-फूटी हिंदी बोलकर अपना काम चला लेते हैं। - अनंतशयनम् आयंगार।

हिंदुस्तान (काव्य)

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Author: मनमोहन झा की


धूर्तों का नारा
मूर्खों को चारा
सारे जहां से अच्छा
यह हिंदुस्तान हमारा ।

-मनमोहन झा

[ लगभग जीवन, संपादक- लीलाधर जगूड़ी सूर्य प्रकाशन मन्दिर, बीकानेर ]

 

 

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