राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र गूँगा है। - महात्मा गाँधी।
बच्चों की कविताएं
यहाँ आप पाएँगे बच्चों के लिए लिखा बाल काव्य जिसमें छोटी बाल कविताएं, बाल गीत, बाल गान सम्मिलित हैं।

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करें सियार, हुआ हुआ - सोम्या

सूरज की गर्मी से तपकर 
पानी उड़कर भाप बना 
फुदक-फुदक चिड़िया रानी ने 
लिया, घोंसला एक बना।
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कल के सपने - सरस्वती कुमार दीपक

बच्चे धरती के प्यारे हैं, 
ये कल के सपने न्यारे हैं।
जीवन की चंचल नदिया के, 
बच्चे अनमोल किनारे हैं।
...

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