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सितंबर-अक्तूबर 2025

Released: September 2025

इस अंक की कुल रचनाएँ : 88

भारत-दर्शन हिंदी उत्सव विशेषांक (सितंबर-अक्तूबर 2025) का यह अंक न्यूज़ीलैंड, यहाँ के हिंदी साहित्य और हिंदी पत्रकारिता पर केन्द्रित है।

इस अंक के बारे में विस्तृत जानकारी पढ़ें [ i ]

भारत-दर्शन का सितंबर-अक्तूबर 2025 अंक आपको भेंट।

आपका भारत-दर्शन 29 वर्ष का हो चुका है। यह अंक में भारत-दर्शन की उपलब्धियों, न्यूज़ीलैंड की हिंदी यात्रा, ऑनलाइन पत्रकारिता और  न्यूज़ीलैंड में  हिंदी भाषा, साहित्य और वैश्विक पटल पर उसकी स्थिति को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।

इस अंक की कहानियों में अरुणा सब्बरवाल की 'रॉकिंग-चेयर', स्वयं प्रकाश की 'नेता जी का चश्मा', सुभाषिनी लता कुमार (फीजी) की 'फंदा', शिवालिक अवस्थी की 'तुम बेफिक्र रहो...'  और रोहित कुमार 'हैप्पी' की 'हिंदी' सहित अनेक पठनीय रचनाएँ सम्मिलित हैं। आलेख एवं निबंध खंड वैश्विक हिंदी पर विशेष रूप से केंद्रित है, जिसमें रोहित कुमार 'हैप्पी' के न्यूज़ीलैंड में हिंदी पर लिखे गए लेख, सुषम बेदी का 'जापान का हिंदी संसार', विवेकानंद शर्मा का 'फीजी में हिंदी' और शिखा रस्तोगी का 'थाईलैंड में हिंदी' पर लिखा आलेख प्रमुख हैं। साथ ही, राहुल सांकृत्यायन का 'हिन्दी का स्थान', सुभाषचन्द्र बोस का 'हिंदी और राष्ट्रीय एकता' और हजारीप्रसाद द्विवेदी का 'आपने मेरी रचना पढ़ी?' जैसे विचारोत्तेजक लेख भी शामिल किए गए हैं।

कविता खंड में अटल बिहारी वाजपेयी की 'गूंजी हिन्दी', सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की 'हिन्दी के सुमनों के प्रति पत्र', रघुवीर सहाय की 'हमारी हिंदी' और गोपाल सिंह नेपाली की 'हिंदी है भारत की बोली' जैसी सशक्त रचनाएँ प्रस्तुत हैं। दोहों और रुबाइयों के अंतर्गत भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, काका हाथरसी, उदयभानु हंस और डॉ रामनिवास मानव की रचनाओं को स्थान दिया गया है। ग़ज़ल में कबीरदास की 'कबीर की हिंदी ग़ज़ल' को शामिल किया गया है।

बाल-साहित्य के अंतर्गत डा. राणा प्रताप सिंह गन्नौरी 'राणा' की 'हिन्दी ही अपने देश का गौरव है मान है' और आनन्द विश्वास की 'बच्चो, चलो चलाएं चरखा' जैसी रोचक रचनाएँ सम्मिलित हैं।

पत्रिका की सम्पूर्ण विषय-सूची देखें। 

आशा है पाठकों का स्नेह मिलता रहेगा। आप भी भारत-दर्शन में प्रकाशनार्थ अपनी रचनाएं भेजें। 


पिछ्ला अंक 'मुंशी प्रेमचंद विशेषांक' यहाँ पढ़ें।  

हिंदी में | कविता
काव्य — प्रभुद‌याल‌ श्रीवास्त‌व‌ | Prabhudyal Shrivastava
न्यूज़ीलैंड में हिंदी का भविष्य और भविष्य की हिंदी
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
हिंदी-प्रेम | हास्य
काव्य — काका हाथरसी | Kaka Hathrasi
हिंदी पर दोहे
काव्य — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
हिंदी है भारत की बोली | कविता
काव्य — गोपाल सिंह नेपाली | Gopal Singh Nepali
न्यूज़ीलैंड में हिंदी | क्या आप जानते हैं?
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
हिंदी की दुर्दशा | कुंडलियाँ
काव्य — काका हाथरसी | Kaka Hathrasi
हिंदी देश की शान
काव्य — डॉ रमेश पोखरियाल निशंक
सृजन पर दो हिन्दी रुबाइयां
काव्य — उदयभानु हंस | Uday Bhanu Hans
कबीर की हिंदी ग़ज़ल
काव्य — कबीरदास
न्यूज़ीलैंड की हिंदी पत्रकारिता | FAQ
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
हिंदी के बारे में कुछ तथ्य
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
‘हम कौन थे, क्या हो गए---!’
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
हिंदी
कथा-कहानियाँ — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
हिंदी के दिलदार सिपाही
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
फीजी में हिंदी
विविध — विवेकानंद शर्मा | फीजी
हिंदी मातु हमारी - प्रो. मनोरंजन
काव्य — भारत-दर्शन संकलन | Collections
हिन्दी ही अपने देश का गौरव है मान है
बाल-साहित्य — डा. राणा प्रताप सिंह गन्नौरी 'राणा'
हिंदी जन की बोली है
काव्य — गिरिजाकुमार माथुर | Girija Kumar Mathur
हमारी हिंदी
काव्य — रघुवीर सहाय | Raghuvir Sahay
चाहता हूँ देश की....
काव्य — रामावतार त्यागी | Ramavtar Tyagi
गूंजी हिन्दी
काव्य — अटल बिहारी वाजपेयी | Atal Bihari Vajpayee
मातृभाषा प्रेम पर भारतेंदु के दोहे
काव्य — भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
हिन्दी-भक्त
काव्य — काका हाथरसी | Kaka Hathrasi
हिन्दी की होली तो हो ली
विविध — गोपालप्रसाद व्यास | Gopal Prasad Vyas
हिन्दी का स्थान
विविध — राहुल सांकृत्यायन | Rahul Sankrityayan
हिन्दी रुबाइयां
काव्य — उदयभानु हंस | Uday Bhanu Hans
हिन्दी भाषा
काव्य — अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
हिन्दी भाषा की समृद्धता
विविध — भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
हिन्दी के सुमनों के प्रति पत्र
काव्य — सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'
सुभाषबाबू का हिन्दी प्रेम
कथा-कहानियाँ — भारत-दर्शन संकलन | Collections
हिंदी डे
कथा-कहानियाँ — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
लेखक पर दोहे
काव्य — प्रो. राजेश कुमार
गज़ब यह सूवा शहर मेरी रानी
काव्य — कमला प्रसाद मिश्र | फीजी | Kamla Prasad Mishra
हिंदी में उर्दू शब्दों का इस्तेमाल
विविध — प्रो. राजेश कुमार
न्यूज़ीलैंड में हिंदी शिक्षण
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
यहाँ क्षण मिलता है
विविध — मृदुला गर्ग | Mridula Garg
आपने मेरी रचना पढ़ी?
विविध — हजारीप्रसाद द्विवेदी
नेता जी का चश्मा
कथा-कहानियाँ — स्वयं प्रकाश
मक़सद
काव्य — राजगोपाल सिंह
रंग दे बसंती चोला गीत का इतिहास
काव्य — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
भगत सिंह - गीत
काव्य — भारत-दर्शन संकलन | Collections
शहीद भगत सिंह
काव्य — भारत-दर्शन संकलन | Collections
दो अक्टूबर - रत्न चंद 'रत्नेश'
बाल-साहित्य — भारत-दर्शन संकलन | Collections
गांधी का हिंदी प्रेम
कथा-कहानियाँ — भारत-दर्शन संकलन | Collections
बच्चो, चलो चलाएं चरखा
बाल-साहित्य — आनन्द विश्वास | Anand Vishvas
गांधीजी का जंतर
विविध — महात्मा गांधी
गांधीजी को महात्मा की उपाधि किसने दी?
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
न्यूज़ीलैंड में उपनगर और स्थलों के भारतीय नाम
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
न्यूज़ीलैंड की भारतीय पत्रकारिता
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
फीजी हिंदी
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
फंदा
कथा-कहानियाँ — सुभाषिनी लता कुमार | फीजी
उज्ज्वल भविष्य
कथा-कहानियाँ — महेन्द्र चन्द्र विनोद शर्मा | फीजी व न्यूज़ीलैंड
भारत-दर्शन की कहानी संपादक की जुबानी
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
पत्रकारिता : तब और अब | डॉ रामनिवास मानव के दोहे
काव्य — डॉ रामनिवास मानव | Dr Ramniwas Manav
हस्तलिपि से आरंभ हुई थी न्यूज़ीलैंड की हिंदी पत्रकारिता
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
प्रेमचंद का अंतिम दिन
कथा-कहानियाँ — भारत-दर्शन संकलन | Collections
अच्छी हिन्दी | आलेख
विविध — आचार्य रामचंद्र वर्मा
हिंदी में न्यूज़ीलैंड का माओरी साहित्य
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
बापू से मुलाक़ात
काव्य — डॉ पुष्पा भारद्वाज-वुड | न्यूज़ीलैंड
न्यूज़ीलैंड की हिंदी पत्रकारिता
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी'
थाईलैंड में हिंदी
विविध — शिखा रस्तोगी 
हिंदी दिवस और विश्व हिंदी दिवस
विविध — रोहित कुमार 'हैप्पी'
सर्वश्रेष्ठ हिंदी कहानियाँ
कथा-कहानियाँ — भारत-दर्शन संकलन
हिंदी और राष्ट्रीय एकता
विविध — सुभाषचन्द्र बोस
अँग्रेज़ी प्राणन से प्यारी।
काव्य — बरसाने लाल चतुर्वेदी
हिन्दी दिवस
काव्य — खाक बनारसी
हिन्दी
काव्य — गौरी शंकर वैद्य ‘विनम्र’
तुम बेफिक्र रहो...
कथा-कहानियाँ — शिवालिक अवस्थी
सरकारी नियमानुसार
कथा-कहानियाँ — डॉ. मनीष कुमार मिश्रा
आवरण
कथा-कहानियाँ — डा. श्याम नारायण कुंदन
रॉकिंग-चेयर
कथा-कहानियाँ — अरुणा सब्बरवाल
निज भाषा उन्नति अहै | आलेख
विविध — भारत-दर्शन संकलन
वीज़ा का चक्कर | व्यंग्य
विविध — डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त'
भर के दामन में तारों के मोती | गीत
काव्य — डॉ॰ शोभा श्रीवास्तव
वांगानुई नदी की कहानी | न्यूज़ीलैंड की लोक-कथा
कथा-कहानियाँ — रोहित कुमार ‘हैप्पी'