भारत की परंपरागत राष्ट्रभाषा हिंदी है। - नलिनविलोचन शर्मा।

करें सियार, हुआ हुआ (बाल-साहित्य )

Print this

Author: सोम्या

सूरज की गर्मी से तपकर 
पानी उड़कर भाप बना 
फुदक-फुदक चिड़िया रानी ने 
लिया, घोंसला एक बना।

भाप, हवा के कंधों चढ़कर 
चिड़िया के, संग खूब उड़ी 
और, ऊँचाई पर ठंडी हो 
बन गई, बूँदें बड़ी-बड़ी।

पानी की बौछार पड़ी तो 
चना फूल कर डुम्म हुआ 
नन्हें पौधे के स्वागत में 
करें सियार हुआ-हुआ।

-सोम्या

Back

 
Post Comment
 
 
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश