रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड साहित्य Hindi Literature Collections

कुल रचनाएँ: 180

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द्वितीय विश्व हिंदी सम्मेलन, पोर्ट लुइस, मॉरीशस

द्वितीय विश्व हिंदी सम्मेलन 28-30 अगस्त, 1976 को  पोर्ट लुइस, मॉरीशस में आयोजित किया गया था।

मॉरीशस में एक विश्व हिंदी केंद्र की स्थापना की जाए जो सारे विश्व में हिंदी की   गतिविधियों का समन्वय कर सके।
एक अंतरराष्ट्रीय हिंदी पत्रिका का प्रकाशन किया जाए जो भाषा के माध्यम से...

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लोहड़ी - लुप्त होते अर्थ

यह सच है कि आज कोई भी त्यौहार चाहे वह लोहड़ी हो, होली हो या दिवाली हो - भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी धूम-धाम से मनाया जाता है। यह भी सत्य है कि अधिकतर आयोजक व आगंतुक इनके अर्थ, आधार व पृष्ठभूमि से अनभिज्ञ होते हैं। आयोजक एक-दो पृष्ठ के भाषण रट कर अपने ज्ञान का दिखावा कर देते हैं और इस तोता ...

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डा अरून गाँधी से बातचीत

महात्मा गांधी के पौत्र डा अरून गाँधी से बातचीत
गाँधीवाद तो अमर है - डा अरून गाँधी

डरबन दक्षिण अफ्रीका में जन्में, डा अरून गाँधी, मोहनदास कर्मचँद ‘महात्मा' गाँधी के पाँचवें पौत्र हैं। दक्षिण अफ्रीका में अपने बचपन में वे अनेक बार हिंसा से साक्षात्कार कर चुके हैं। दक्षिण अफ्रीका के श्वेत औ...

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स्पष्टीकरण

हाँ, मैंने कहा था--अच्छे दिन आएँगे। कब कहा था, लेकिन --तुम्हारे?
- रोहित कुमार 'हैप्पी'
 

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बात न्यू मीडिया से संबंधित कुछ अटपटे प्रश्न

न्यू मीडिया शिक्षक
दो रोज पहले एक न्यू मीडिया के लैक्चरर साहब को मैंने सम्पर्क किया उनके फेसबुक के संदेश के जरिये - मैंने इसमें अपनी वेब साइट का परिचय भी उन्हें दिया। उनका फोन आया, मुझे प्रसन्नता हुई लेकिन उनका प्रश्न यह था कि 'आपकी पत्रिका का ई-मेल क्या है?'  मैं न्यू मीडिया पढ़ाने वाले...

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हे दयालु ईश मेरे दुख मेरे हर लीजिए | भजन

हे दयालु ईश मेरे दुख मेरे हर लीजिएदूं परीक्षा लंबी कितनी, कुछ तो करुणा कीजिए।हे दयालु ईश मेरे दुख मेरे हर लीजिए ।।
सुख के साथी थे हजारों, दुख में बंधु इक नहीं,संकटों की इस घड़ी में, आप तो सुध लीजिए।हे दयालु ईश मेरे, कुछ तो धीरज दीजिए ।हे दयालु ईश मेरे दुख मेरे हर लीजिए ।।
मांगता ना ज्यादा कुछ भ...

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गिनती

आपको नहीं लगता किगिनती अधूरी है?'गिनती' में शून्य तो आपगिनते ही नहीं। वैसे 'शून्य' के बिना'गिनती' गिनती नहीं।
- रोहित कुमार 'हैप्पी'  ई-मेल: editor@bharatdarshan.co.nz
 
 

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न्यूज़ीलैंड में हिंदी

न्यूज़ीलैंड में हिंदी : एक संक्षिप्त विवरणपृष्ठभूमि
न्यूज़ीलैंड या आओटियारोआ दक्षिण प्रशान्त महासागर में ऑस्ट्रेलिया के 2000 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह क्षेत्रफल व आकार की दृष्टि से जापान से कुछ छोटा व ब्रिटेन से थोड़ा सा बड़ा कहा जा सकता है। न्यूज़ीलैंड की राजधानी वैलिंगटन है तथा स...

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तृतीय विश्व हिंदी सम्मेलन, नई दिल्ली, भारत

तृतीय विश्व हिंदी सम्मेलन 28-30 अक्टूबर, 1983 नई दिल्ली, भारत में आयोजित किया गया था।
तृतीय विश्व हिंदी सम्मेलन में पारित प्रस्ताव:
अंतरराष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी के प्रचार-प्रसार की संभावनाओं का पता लगा कर इसके लिए गहन प्रयास किए जाएं। हिंदी के विश्वव्यापी स्वरूप को विकसित करने के‍ लि...

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माँ पर दोहे | मातृ-दिवस

जब तक माँ सिर पै रही बेटा रहा जवान।उठ साया जब तै गया, लगा बुढ़ापा आन॥
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माँ अपनी की आ गई 'रोहित' जब भी याद।उठ पौधों को दे दिया, हमने पानी-खाद॥
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माँ सपने में आ मुझे, पूछे मेरा हाल।दूजी दुनिया में गई, फिर भी मेरा ख्याल॥
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जीवन पूरा ला दिया, पाला सब परिवार।आज उसे मिलती नहीं, घर में रोटी चार॥
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फिजी के प्रधानमंत्री से बातचीत

अन्याय के सामने न झुका हूं, न झुकूंगा - महेन्द्र चौधरी
सात हफ्ते तक एक अनिश्चित घेराबंदी का शिकार रहने के बाद फिजी के अपदस्थ प्रधानमंत्री श्री महेन्द्र चौधरी जब बाहर आए तो शरीर बेहद थका हुआ और कमजोर था। मगर आंखों में चमक कायम थी- प्रतिरोध की। तब से अब तक वक्त ने पलटा खा लिया है। विद्रोही डकैतनुम...

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इंटरनेट नहीं जानते तो साहित्यकार नहीं!

क्या इंटरनेट और फेसबुक जानने-समझने वाले ही हिंदी साहित्यकार हैं? सरकार की माने तो ऐसा ही लगता है। क्योंकि यदि किसी साहित्यकार अथवा हिन्दी प्रेमी को हिन्दी सम्मेलन में शिरकत करना है तो उसे अनिवार्य रूप से ऑनलाइन आवेदन भरना होगा। इसके बिना वह सम्मेलन में हिस्सेदारी नहीं कर पाएगा।
उल्लेखनीय है ...

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कैसे होगी हिंदी की प्रगति और विकास

सम्मेलन के सत्रों का हाल तो कुछ और ही था। प्रत्येक सत्र में पत्रकारों का छायाचित्र लेने या रिकार्डिंग करने पर प्रतिबंध था। वे शायद उद्घाटन व समापन समारोह के लिए ही आमंत्रित किए गए थे। मंच पर बैठे पत्रकार बिरादरी के मित्र भी सरकारी पाले में जाकर सरकारी बातें करने लगे थे, "अरे! इतना बड़ा समारोह...

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राम का नाम बड़ा सुखदाई | भजन

राम का नाम बड़ा सुखदाईतेरे प्रेम में हुआ शौदाई।
कोई तो सिर है लई मुडाईकिसी ने अपनी जटा बड़ाई।
तेरा हरदम ध्यान धरू मैंसब रोगों की तू ही दवाई।
संकट सिर पै आन पड़ै जबतुमने मेरी लाज बचाई।
तू दुख सबके हरने वालातुमको रोहित व्यथा सुनाई।
-रोहित कुमार 'हैप्पी'
[27-08-1996]

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स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता

टीवी पर मतदान संबंधी विज्ञापन देखते ही चिंटू के बाल-मन में प्रश्न उठने लगे। दादाजी को कमरे में आते देख उसने झट से प्रश्न किया,"दादाजी, सबसे पहला वोटर (मतदाता) कौन था?"
"बेटा, स्वतंत्र भारत के सबसे पहले मतदाता का नाम 'श्याम सरन नेगी' है। वे इस समय 100 वर्ष से अधिक की आयु के हैं। वे मूलतः हिमाचल...

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हिंदी

हिंदी उनकी राजनीति है हिंदी इनका हथियार हैहिंदी कईयों का औज़ार है। हिंदी उनके लिए भाषण हैहिंदी इनके लिए जलसा है हिंदी कईयों का नारा है। जरा गिनो तो अनगनितहिंदीवालों में सेकितनों को हिंदी से प्यार है?जरा बताओ तो यह कैसा अनुराग है?
- रोहित कुमार 'हैप्पी'  ई-मेल: ...

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चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मेलन, पोर्ट लुइस, मॉरीशस

चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मेलन 02-04 दिसम्बर, 1993 को  पोर्ट लुइस, मॉरीशस में आयोजित किया गया था।
चतुर्थ विश्व हिंदी सम्मेलन में पारित प्रस्ताव:

विश्व हिंदी सचिवालय मॉरीशस में स्थापित किया जाए।
भारत में अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय स्थापित किया जाए।
विभिन्न विश्वविद्यालयों में हि...

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खोजिए

भीड़ हैशब्द हैं,नगाड़े हैं।लेकिन, गुम है--इंसान, ओज और ताल।खोजिए, मिल जाएं शायद--भीड़ में इंसानशब्दों में ओजऔरनगाड़ों में ताल। 
-रोहित कुमार 'हैप्पी'
 
 

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तुम क्या जानो पीर पराई?

विश्व हिंदी सम्मेलन के दौरान लाल परेड मैदान में बहुत से छात्र-छात्राओं से वार्तालाप व साक्षात्कार हुआ। वे विश्व हिंदी सम्मेलन देखने आए थे लेकिन प्रवेश-अनुमति न पाने से खिन्न थे। उनमें से अधिकतर तो केवल विश्व हिंदी सम्मेलन का नाम भर सुनकर भोपाल चले आए थे। उन्हें इसके बारे में सीमित जानकारी थी ...

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जग में अजब है तेरा नाम | भजन

जग में अजब है तेरा नामबिगड़े संवारे तू सब काम।जग में अजब है तेरा नाम॥
तेरा हरदम ध्यान रहे अबहोंठों पर रहे तेरा नाम।जग में अजब है तेरा नाम॥
तेरा नाम है बड़ी दवाईहर दुख में देता आराम।जग में अजब है तेरा नाम॥
भव सागर में डूब रहे कोपार लगाया तुमने थाम।जग में अजब है तेरा नाम॥
हर संकट तू हर लेता हैज...

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जयप्रकाश मानस से बातचीत

स्वंयसेवी आधार पर हिंदी-संस्कृति का प्रचार-प्रसार - जयप्रकाश मानस[2012]
पत्रकारों के लिए सूचना पाने के विभिन्न माध्यमों में फेसबुक भी अपना अहम स्थान बना रही है। हिंदी जगत से जुड़े लोगों के लिए यह कोई नया समाचार न होगा कि सृजन- सम्मान संस्था व साहित्यिक वेब पत्रिका सृजनगाथा डॉट कॉम द्वारा अभी तक ...

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शादी से पहले मतदान

आज तो चिंटू के दादाजी ने मध्यप्रदेश की जो चुनावी कहानी चिंटू को सुनाई वह आप भी सुनकर हैरान रह जाएंगे। हुआ यूं --
इधर मध्यप्रदेश में लोकसभा का उपचुनाव था और उसी दिन दीपिका की शादी थी। दीपिका एक जागरूक नागरिक थी लेकिन शादी के समय मतदान करने की भला कौन सोचता है? 
घर में विवाह की रस्में ...

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फ़क़ीराना ठाठ | गीत

आ तुझको दिखाऊँ मैं अपने ठाठ फ़क़ीरानाफाकों से पेट भरना और फिर भी मुसकुराना। आ तुझको दिखाऊँ मैं--------
मजलिस में जब भी बैठा गाये हैं गीत खुलकर कह ले मुझे तू पगला या कह ले तू दीवाना। आ तुझको दिखाऊँ मैं--------
मैं गीत उसके गाऊँ जो दिल में मेरे बसता जो दिल में मेरे बसता, बोलों...

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ऑनलाइन शिक्षण : कोरोना संकट में आशा की एक किरण

अर्थव्यवस्था और सामाजिक जीवन के अतिरिक्त कोरोना वायरस से शिक्षा व्यवस्था सर्वाधिक प्रभावित हुई है। प्राथमिक पाठशाला से लेकर उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों में और पठन-पाठन का भविष्य अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है। जब से कोरोना की महामारी ने विश्व को अपनी चपेट में लिया है, विश्वव्यापी तालाबंदी का...

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पांचवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन, ट्रिनिडाड एवं टोबेगो

पांचवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन (04-08 अप्रैल, 1996)ट्रिनिडाड एवं टोबेगो
पांचवें विश्व हिंदी सम्मेलन में पारित मंतव्य
यह सम्मेलन भारतवंशी समाज एवं हिंदी के बीच जीवंत समीकरण बनाने का प्रबल समर्थन करता है और यह आशा करता है कि विश्वव्यापी भारतवंशी समाज हिंदी को अपनी संपर्क भाषा के रूप में स्थापित करेग...

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रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड का जीवन परिचय