ये घर है दर्द का घर, परदे हटा के देखो, ग़म हैं हँसी के अंदर, परदे हटा के देखो। लहरों के झाग ही तो, परदे बने हुए हैं,
अचानक तुम्हारे पीछे कोई कुत्ता भोंके, तो क्या तुम रह सकते हो
लहर ने समंदर से उसकी उम्र पूछी,
तुम भी जल थे हम भी जल थे इतने घुले-मिले थे कि
क्या होता है कार में पास की चीज़ें पीछे दौड़ जाती हैं
एक डॉक्टर मित्र हमारे स्वर्ग सिधार। कोरोना से मर गए,