अचानक तुम्हारे पीछे
कोई कुत्ता भोंके,
तो क्या तुम रह सकते हो
बिना चोंके?
अगर रह सकते हो
तो या तो तुम बहरे हो,
या फिर बहुत गहरे हो!
- अशोक चक्रधर
[सोची-समझी, प्रतिभा प्रतिष्ठान, नई दिल्ली]
अचानक तुम्हारे पीछे
कोई कुत्ता भोंके,
तो क्या तुम रह सकते हो
बिना चोंके?
अगर रह सकते हो
तो या तो तुम बहरे हो,
या फिर बहुत गहरे हो!
- अशोक चक्रधर
[सोची-समझी, प्रतिभा प्रतिष्ठान, नई दिल्ली]