रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड साहित्य Hindi Literature Collections

कुल रचनाएँ: 180

Author Image

संवाद | कविता

"अब तो भाजपा की सरकार आ गई ।" मैंने उस गुमसुम रिक्शा वाले से संवाद स्थापित किया ।
भाजपा आए या कांग्रेस जाए..हमें क्या फर्क पड़ता है?दो जून की कमाने के लिए हमें तो तिल-तिल मरना पड़ता है ।
मैंने कहा, "तुम खुश नहीं?"
"आप तो खुश होंगे बाबू?टैक्स कम देना पड़ेगा, शिक्षा भी बेहतर होगी !"
"हाँ!" मैं ...

पूरा पढ़ें...

रोहित कुमार 'हैप्पी' के आलेख

रोहित कुमार 'हैप्पी' के आलेख

पूरा पढ़ें...

रोहित कुमार हैप्पी के भजन

रोहित कुमार हैप्पी का भजन संग्रह।

पूरा पढ़ें...

दो क्षणिकाएं

कवि 
तुम्हारी कलम मेंवो 'पीर' नहीं। तुमने शब्द गढ़े,जीये नहीं। तुम कवि तो हुएकबीर नहीं! 
- रोहित कुमार 'हैप्पी'
 
#
 
स्पष्टीकरण 
हाँ, मैंने कहा था--अच्छे दिन आएँगे। कब कहा था, लेकिन --तुम्हारे? 
- रोहित कुमार 'हैप्पी'

पूरा पढ़ें...

आज़ादी

भोग रहे हम आज आज़ादी, किसने हमें दिलाई थी!                   चूमे थे फाँसी के फंदे, किसने गोली खाई थी?
बलिवेदी को शीश दिया था, मौत से करी सगाई थी,          ...

पूरा पढ़ें...

रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड का जीवन परिचय