"अब तो भाजपा की सरकार आ गई ।" मैंने उस गुमसुम रिक्शा वाले से संवाद स्थापित किया ।
भाजपा आए या कांग्रेस जाए..हमें क्या फर्क पड़ता है?दो जून की कमाने के लिए हमें तो तिल-तिल मरना पड़ता है ।
मैंने कहा, "तुम खुश नहीं?"
"आप तो खुश होंगे बाबू?टैक्स कम देना पड़ेगा, शिक्षा भी बेहतर होगी !"
"हाँ!" मैं ...
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