महावीर प्रसाद द्विवेदी की कविताएं
(1) प्यारे वतन हमारे प्यारे, आजा, आजा, पास हमारे ।
जै जै प्यारे देश हमारे तीन लोक में सबसे न्यारे । हिमगिरी-मुकुट मनोहर धारे