भारत-दर्शन संकलन | Collections साहित्य Hindi Literature Collections

कुल रचनाएँ: 74

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लाल बहादुर शास्त्री -राणा प्रताप सिंह गन्नौरी | कविता

लालों में वह लाल बहादुर,भारत माता का वह प्यारा।कष्ट अनेकों सहकर जिसने,निज जीवन का रूप संवारा।
तपा तपा श्रम की ज्वाला में,उस साधक ने अपना जीवन।बना लिया सच्चे अर्थों में,निर्मल तथा कांतिमय कुंदन।
सच्चरित्र औ' त्याग-मूर्ति था,नहीं चाहता था आडम्बर।निर्धनता उसने देखी थी,दया दिखाता था निर्धन पर।
नही...

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बाल-दिवस है आज साथियो | बाल-दिवस कविता

बाल-दिवस है आज साथियो, आओ खेलें खेल ।जगह-जगह पर मची हुई खुशियों की रेलमपेल ।
बरस-गांठ चाचा नेहरू की फिर आई है आज,उन जैसे नेता पर सारे भारत को है नाज ।वह दिल से भोले थे इतने, जितने हम नादान,बूढ़े होने पर भी मन से वे थे सदा जवान ।हम उनसे सीखे मुसकाना, सारे संकट झेल ।
हम सब मिलकर क्यों न रचाए ऐमा ...

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खेल-खेल में | प्रेमचंद के किस्से

एक बार की बात है--कई लड़के मिलकर नाई का खेल खेल रहे थे। धनपत ने एक लड़के की हजामत बनाते हुए बांस की कमानी से उसका कान ही काट लिया। उस लड़के की माँ झल्लाई हुई उनकी माता से उलाहना देने आई। आपने जैसे ही उसकी आवाज़ सुनी, खिड़की के पास दुबक गये। माँ ने दुबकते हुए उन्हें देख लिया था, पकडकर चार झापड़ दिये।
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आ गया बच्चों का त्योहार | Bal Diwas Hindi poem

आ गया बच्चों का त्योहार !
सभी में छाई नयी उमंग, खुशी की उठने लगी तरंग,होे रहे हम आनन्द-विभोर, समाया मन में हर्ष अपार !आ गया बच्चों का त्योहार !
करें चाचा नेहरू को याद, जिन्होंने किया देश आज़ाद,बढ़ाया हम सबका सम्मान, शांति की देकर नयी पुकार !आ गया बच्चों का त्योहार !
चलें उनके ही पथ पर आज, बनाए...

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मन्त्र वन्देमातरम् 2

हर घड़ी हर बार हो हर ठाम वन्द्देमातरम्।हर दम हमेशा बोलिये प्रिय मन्त्र वन्देमातरम्॥
हर काम मे हर बात में दिन रात वन्देमातरम्।जपिये निरन्तर शुद्ध मन से नित्य वन्देमातरम॥
सोते समय, खाते समय, कल गान वन्देमातरम्।आठो पहर दिल मे उठे मृदु तान वन्देमानरम् ॥
मुख में, हृदय में रात दिन हो जाप्य वन्देमातर...

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छोटा बांस, बड़ा बांस

एक दिन बीरबल बादशाह अकबर के साथ बाग में सैर कर रहे थे। बीरबल साथ चलते-चलते लतीफा सुना रहे थे और अकबर उसका आनंद ले रहे थे। तभी बादशाह अकबर को घास पर पड़ा एक बांस का एक टुकड़ा दिखाई दिया। बस उन्हें बीरबल की परीक्षा लेने की सूझ गई। बीरबल को बांस का वह टुकड़ा दिखाते हुए बादशाह अकबर बोले, ‘&lsqu...

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माओरी कहावतें (31-35)


माओरी कहावतें | Māori Proverbs
31)Na te whakarongo me te titiro ka puta mai te korero. Through looking and listening we gain wisdom. देखने और सुनने से ज्ञान बढ़ता है अर्थात ज्ञान अर्जित करने के लिए दुनिया देखना-समझना आवश्यक है। 
32)Tē tōia, tē haumatia. Nothing can be achi...

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माओरी कहावतें (36-40)


माओरी कहावतें | Māori Proverbs
36)
E kore te matou e rawe ki te moana takai ai, engari anō a uta.
It is not proper to prepare the hook at sea, rather it should be done on shore.
किसी भी काम की तैयारी पहले से की जानी चाहिए, अंतिम क्षण तक प्रतीक्षा न करें यानी आग लगने पर कुआँ नहीं खोदा जाता।
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रुपए की चोरी | प्रेमचंद के किस्से

प्रेमचंद के बचपन की घटना है। उनके चाचा ने सन बेचा। और उसके रुपए लाकर उन्होंने ताक पर रख दिये। आपने अपने चचेरे भाई से सलाह की जो उम्र में आप से बड़े थे। दोनों ने मिलकर रुपए ले लिये। आप रुपए उठा तो लाये, मगर उन्हें ख़र्च करना नहीं आता था। चचेरे भाई ने उस रुपए को भुनाकर बारह आने मौलवी साहब की फीस दी...

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ईश्वर का न्याय


अकबर ने एक दिन बीरबल से पूछा--"बीरबल! इस संसार में इतनी विविधता क्यों है? ऐसा क्यों है कि कोई गरीब है तो कोई अमीर? किसी के पास इतना वैभव है कि उसकी सात पुश्तें भी उसे खर्च नहीं कर सकें और किसी को दो जून रोटी के भी लाले पड़े हैं?"  
बीरबल ने कहा--"जहाँपनाह! यह तो परमपिता का न्याय ही ज...

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कौन सा अच्छा 

एक दिन बादशाह अकबर अपने दरबार में बैठे अपने दरबारियों से दिल बहलाव की बातें कर रहे थे। इसी बीच बीरबल भी आ पहुँचा। 
बाद‌शाह ने बीरबल से पूछा--"बीरबल! क्या बतला सकते हो कि फल कौनसा अच्छा? दूध किसका अच्छा, पत्ता किसका अच्छा, फूल कौन सा अच्छा, मिठास कौन सी अच्छी, राजा कौन अच्छा?" 
उप...

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प्रधानमंत्री का भाषण 2016

स्वतंत्रता दिवस 2016 के अवसर पर प्रधानमंत्री के भाषण का मूल पाठ
15-08-2016
मेरे प्‍यारे देशवासियों,
आजादी के इस पावन पर्व पर सवा सौ करोड़ देशवासियों को, विश्‍व में फैले हुए सभी भारतीयों को लाल किले की प्राचीर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
आजादी का यह पर्व, 70वां वर्ष एक नया संकल्&...

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राष्ट्रपति का संदेश 2016

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर माननीय राष्ट्रपति का संदेश
 
15-08-2016
प्यारे देशवासियो,
हमारी स्वतंत्रता की 69वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर मैं देश विदेश में रह रहे अपने सभी बहनों और भाइयों को हार्दिक बधाई देता हूं।
अपना 70वां स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए, मैं हमारे स्वतंत्रता संग्र...

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सादा जीवन, उच्च विचार वाले प्रधानमंत्री

यहाँ भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन से जुड़े संस्मरणों व प्रेरक-प्रसंगों को संकलित किया गया है। शास्त्रीजी निसंदेह, 'सादा जीवन, उच्च विचार' वाले व्यक्तित्व के स्वामी थे।

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लालबहादुर शास्त्री के अनमोल वचन

लालबहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर शास्त्रीजी के विचार-


मेरे विचार से पूरे देश के लिए एक संपर्क भाषा का होना आवश्यक है, अन्यथा इसका तात्पर्य यह होगा कि भाषा के आधार पर देश का विभाजन हो जाएगा। एक प्रकार से एकता छिन्न-भिन्न हो जाएगी........ भाषा एक ऐसा सशक्त बल है, एक ऐसा कारक है जो हमे...

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कवि प्रदीप की कविताएं

कवि प्रदीप का जीवन-परिचय व कविताएं
कवि प्रदीप का जन्म 6 फरवरी 1915 को मध्यप्रदेश के छोटे से शहर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। आपका वास्तविक नाम रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी था। आपको बचपन से ही हिन्दी कविता लिखने में रूचि थी।

आपने 1939 में लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक तक की पढ़ाई करने के प...

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चूहे की कहानी

एक विशाल घने जंगल में एक महात्मा की कुटिया थी और उसमें एक चूहा रहा करता था। महात्मा उसे बहुत प्यार करते थे। जब पूजा से निवृत हो वे अपनी मृगछाला पर आ बैठते तो चूहा दौड़ता हुआ उनके पास आ पहुँचता। कभी उनकी टाँगो पर दौड़ता, कभी कूद कर उनके कंधों पर चढ़ बैठता। महात्मा सारे वक्त हँसते रहते। धीरे-धीरे उ...

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ओछी मानसिकता - मीरा जैन

ढेर सारे माटी के दीयों को देखते ही सावित्री पति पर बरस पड़ी, ‘दीपावली में वैसे ही मुझे घर के काम से फुर्सत नहीं है और ऊपर से ये ढेर सारे दीये उठा लाए। अपनी इस ओछी मानसिकता को त्याग दो कि ज्यादा दीपक जलाने से ज्यादा लक्ष्मी आएगी। अरे, जितना किस्मत में होगा उतना ही मिलेगा। मैं आखिर कब तक खटती...

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दीया घर में ही नहीं, घट में भी जले - ललित गर्ग

दीपावली का पर्व ज्योति का पर्व है। दीपावली का पर्व पुरुषार्थ का पर्व है। यह आत्म साक्षात्कार का पर्व है। यह अपने भीतर सुषुप्त चेतना को जगाने का अनुपम पर्व है। यह हमारे आभामंडल को विशुद्ध और पर्यावरण की स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश देने का पर्व है। प्रत्येक व्यक्ति के अंदर एक अखंड ज्योति जल...

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धनतेरस | पौराणिक लेख

कार्तिक मास में त्रयोदशी का विशेष महत्व है, विशेषत: व्यापारियों और चिकित्सा एवं औषधि विज्ञान के लिए यह दिन अति शुभ माना जाता है।
दिवाली से दो दिन पूर्व धन्वंतरी जयंती मनाई जाती है। महर्षि धन्वंतरी को आयुर्वेद व स्वस्थ जीवन प्रदान करने वाले देवता के रूप में भी पूजनीय है, जैसे धन-वैभव के लिए देवी...

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दीप जलाओ | दीवाली बाल कविता

दीप जलाओ दीप जलाओआज दिवाली रेखुशी-खुशी सब हँसते आओआज दिवाली रे।
मैं तो लूँगा खील-खिलौनेतुम भी लेना भाईनाचो गाओ खुशी मनाओआज दिवाली आई।
आज पटाखे खूब चलाओआज दिवाली रेदीप जलाओ दीप जलाओआज दिवाली रे।
नए-नए मैं कपड़े पहनूँखाऊँ खूब मिठाईहाथ जोड़कर पूजा कर लूँआज दिवाली आई।
- अज्ञात

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दीवाली का सामान

हर इक मकां में जला फिर दिया दिवाली काहर इक तरफ को उजाला हुआ दिवाली कासभी के दिन में समां भा गया दिवाली काकिसी के दिल को मजा खुश लगा दिवाली काअजब बहार का है दिन बना दिवाली का।
जहाँ में यारो अजब तरह का है यह त्योहारकिसी ने नकद लिया और कोई करे उधारखिलौने खीलों बतासी का गर्म है बाजारहरइक दुकां में च...

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पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म-दिवस | बाल-दिवस

14 नवंबर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म-दिवस होता है। इसे भारत में 'बाल-दिवस' (Bal Diwas) के रूप में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। नेहरूजी को 'चाचा नेहरू' के रूप में जाने जाते हैं क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था।

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विश्व हिंदी सम्मेलन

विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्देश्य 
हिंदी को विश्व स्तर पर प्रसारित और प्रचारित करना है जिससे वैश्विक स्तर पर हिंदी को स्थापित करने में सहायता मिल सके।
प्रथम विश्व हिन्दी की संकल्पना राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा द्वारा वर्ष 1973 में की गई।सम्मेलन का उद्देश्य इस विषय पर विचार विमर्श करना था...

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भारत-दर्शन संकलन | Collections का जीवन परिचय