भर कर लाया फूल हथेली, प्रिये बिछा लो आँचल मेंकुछ गुथने को तत्पर हैं, कुछ उगने को आँगन में।
लाल रंग के फूल चार हैं, चार गुलाबी वाले हैंएक बैंगनी चूड़ी जैसा, दो पीली डाली वाले हैंकुछ में बूँदें बसी हुई हैं, पाई थीं जो सावन मेंभर कर लाया फूल हथेली, प्रिये बिछा लो आँचल में।
गिनने में थोड़े हैं लेकि...
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