देखना एक दिन मैं भी उसी तरह शाम में कुछ देर के लिए घूमने निकलूंगा
(एक) घर की ज़ंजीरें कितना ज़्यादा दिखाई पड़ती हैं
उतने सूर्यास्त के उतने आसमान उनके उतने रंग लम्बी सड़कों पर शाम