कागज की नाव बही और डूब गई बात डूबने की नहीं
वे भूखे प्यासे, पपड़ाये होंठ सूखे गले, पिचके पेट, पैरों में छाले लिए पसीने से तरबतर, सिरपर बोझा उठाये